Best Tareef Shayari | 110+ सुंदरता की तारीफ शायरी

Tareef Shayari :- हैल्लो दोस्तों ! आज की इस दुनिया में तारीफ सुनना किसे पसंद नहीं है | तारीफ झूठी हो या सच्ची लोगों को अच्छी ही लगती है | अगर तारीफ सच्चे दिल से किया जाये तो रिस्ता और भी गहरा हो जाता है | क्योंकि किसी भी रिश्ते की शुरुआत तारीफ से ही शुरू होती है | तारीफ रिश्ते की नीव होती है |

इसीलिए हम आपके लिए Tareef Shayari लायें हैं ताकि आप भी किसी की तारीफ करना चाहते हो तो आप इन Tareef Shayari को copy करके किसी को भी भेज सकते हो । 

Tareef Shayari in Hindi

Tareef Shayari

खुदा ने ये आंख कितनी अजीब बनाया है !!
जब ये खुलती है तो दुनिया इस्से रूला देता है !!
या जब ये बंद होती है
ये दुनिया को रोने पर मजबूर कर देती है !!

धीरे से सरकती है रात !!
हमारे आंचल की तरह !!
उसका चेहरा नज़र आता है !!
झेल में खिले कमल की तरह !!

कितना हसीन चांद से चेहरा है !!
उसपे शबाब का रंग गहरा है !!
खुदा को याकिन ना था वफ़ा पे !!
तबी चांद पे तारो का पहला है !!

Tareef Shayari

वो अपने चेरे में सो आफताब रखते हैं !!
इसलिये तो वो रुख पे नाकाम रहते हैं !!
वो पास बेथे तो आती है दिलरुबा खुशबू !!
वो अपने होते हैं पे खिलते गुलाब रखते हैं !!

पानी से प्यास न बुझी तो !!
मैं खाने की तरफ चल निकला !!
सोचा शिकायत करुं तेरी खुदा से पर !!
खुदा भी तेरा आशिक निकला !!

अभी इस तरफ न निगाह कर !!
मैं ग़ज़ल की पालकी सांवर लूँ !!
मेरा लफ़्ज़-लफ़्ज़ हो आईना !!
मैं तुझे आईने में उतार लूँ !!

Tareef Shayari

Tareef Shayari

कातिल तेरी अदाओं ने लूटा है !!
मुझे तेरी जफ़ाओं ने लूटा है !!
शौक नही था मुझे मर मिटने का !!
मुझे तो इन नशीली निगाहों ने लूटा हैं !!

कुछ आपका अंदाज़ है !!
कुछ मौसम भी रंगीन है !!
तारीफ करूँ या चुप रहूँ !!
जुर्म दोनो ही संगीन है !!

तुम हक़ीकत नहीं हो हसरत हो !!
जो मिले ख़्वाब में वही दौलत हो !!
किस लिए देखती हो आईना !!
तुम तो खुदा से भी ज्यादा खूबसूरत हो !!

Tareef Shayari

कुछ इस तरह से वो मुस्कुराते हैं !!
कि परेशान लोग उन्हें देख कर खुश हो जाते हैं !!
उनकी बातों का अजी क्या कहिये !!
अल्फ़ाज़ फूल बनकर होंठों से निकल आते हैं !!

उसने होठों से छू कर !!
दरिया का पानी गुलाबी कर दिया !!
हमारी तो बात और थी उसने !!
मछलियों को भी शराबी कर दिया !!

सुन्दर हो न हो सादगी होनी चाहिए !!
खुशबू हो न हो महक होनी चाहिए !!
रिश्ता हो न हो बंदगी होनी चाहिए !!
मुलाकात हो न हो बाते होनी चाहिए !!

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Tareef Shayari

एक तिल का पहरा भी जरूरी है !!
लबों के आसपास !!
डर है कहीं तेरी मुस्कुराहट को !!
कोई नज़र न लगा दे !!

आपके दीदार को निकला है तारे !!
आपकी खुशबू से छा गई है बहारे !!
आपके साथ देखते हैं कुछ ऐसे नज़र !!
की चुप चुप के चांद भी बस इतनी को निहारे !!

नशा हम किया करते हैं !!
इलज़ाम शरब को दिया करते हैं !!
कसूर सराब का नहीं उनका है !!
जिन्का चेरा हम जाम में तलाश किया करते हैं !!

Tareef Shayari

वो अपने चेरे में सो आफताब रखते हैं !!
इसलिये तो वो रुख पे नाकाम रहते हैं !!
वो पास बेथे तो आती है दिलरुबा खुशबू !!
वो अपने होते हैं पे खिलते गुलाब रखते हैं !!

सभी तारीफ करते हैं !!
मेरी शायरी की लेकिन !!
कभी कोई सुनता नहीं !!
मेरे अल्फाज़ो की सिसकियाँ !!

वो अपने चहरे में सो आफताब रखते हैं !!
इसलियें तो वो रूह पर नकाब रखते हैं !!
वो पास बैठे हो तो आती हैं दिलरुबा खुशबू !!
वो अपने होठो पर खिलते गुलाब रखते हैं !!

Tareef Shayari

Tareef Shayari

निगाह उठे तो सुबह हो !!
झुके तो शाम हो जाएँ !!
एक बार मुस्कुरा भर दो !!
तो कत्ले-आम हो जाएँ !!

ये आईने क्या दे सकेंगे तुम्हें !!
तुम्हारी शख्सियत की खबर !!
कभी हमारी आँखो से आकर पूछो !!
कितने लाजवाब हो तुम !!

जैसे धुऐं के पीछे से सूरज का चमकना !!
घने बादलों के पीछे से चाँद का खिलना !!
पंखुडियाँ खोलकर कमल का खिलखिलाना !!
वैसे घूँघट की आड से तेरा लाजवाब मुस्कुराना !!

Tareef Shayari

कितनी खूबसूरत हैं आँखें तुम्हारी !!
बना दीजिये इनको किस्मत हमारी !!
इस ज़िंदगी में हमें और क्या चाहिए !!
अगर मिल जाए मोहब्बत तुम्हारी !!

सपनो की दुनिया में हम खोते गए !!
होश में थे फिर भी मदहोश होते गए !!
जाने क्या जादू था उस अजनबी चेहरे में !!
खुद को बहुत रोका फिर भी उसके होते गये !!

मत मुस्कुराओ इतना !!
कि फूलों को खबर लग जाए !!
कि करे वो तुम्हारी तारीफ !!
और तुम्हें नजर लग जाएँ !!

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Tareef Shayari

नशीली आँखों से वो जब हमें देखते हैं !!
हम घबराकर आँखें झुका लेते हैं !!
कौन मिलाए उनकी आँखों से आँखे !!
सुना है वो आँखों से अपना बना लेते है !!

अभी इस तरफ़ न निगाह कर !!
मैं ग़ज़ल की पलकें सँवार लूँ !!
मेरा लफ़्ज़-लफ़्ज़ हो आईना !!
तुझे आईने में उतार लूँ !!

वो निगाहों से यूँ शरारत करते हैं !!
अपनी अदा से भी कयामत करते हैं !!
निगाहें उनकी भी चेहरे से हटती नहीं !!
और वो हमारी नज़रो से शिकायत करते हैं !!

Tareef Shayari

मुझे देख कर तेरा मुस्कुरा देना !!
मुझे कई सारे सपने दिखा जाता है !!
तेरे संग ज़िन्दगी गुजारूं !!
मेरी हर धड़कन कह जाती है !!

गम नहीं वहाँ जहाँ हो फ़साना आपका !!
ख़ुशी भी ढूंढती है हर पल फ़साना आपका !!
आप उदास ना होना कभी ज़िंदगी में !!
बहुत अच्छा लगता है हमें मुस्कुराना आपका !!

माना की तेरे शहर में गरीब कम होंगे !!
अगर बिकी तेरी दोस्ती तो पहले खरीदार हम होंगे !!
तुझे पता ना होगी तेरी क़ीमत पर !!
तुझको पाकर सबसे अमीर हम होंगे !!

Tareef Shayari

Tareef Shayari

सबके चेहरे में वह बात नहीं होती !!
थोड़े से अँधेरे में रात नहीं होती !!
ज़िन्दगी में कुछ लोग बहुत प्यारे होते है !!
क्या करे उन्ही से आजकल मुलाकात नहीं होती !!

भगवान ने जब तुझे बनाया होगा !!
एक बार उसका ईमान भी डगमगाया होगा !!
सोचता होगा रख लूँ तुझे अपने साथ जन्नत में !!
फिर उसे मेरा भी तो ख्याल आया होगा !!

आँखों मे आँसुओं की लकीर बन गई !!
जैसी चाहिए थी वैसी तकदीर बन गई !!
हमने तो सिर्फ रेत में उँगलियाँ घुमाई थीं !!
गौर से देखा तो आप की तस्वीर बन गई !!

Tareef Shayari

सुन्दर हो न हो सादगी होनी चाहिए !!
खुशबू हो न हो महक होनी चाहिए !!
रिश्ता हो न हो बंदगी होनी चाहिए !!
मुलाकात हो न हो बाते होनी चाहिए !!

जरा संभल कर रहना यारों !!
तारीफों के पुल के नीचे !!
मतलब का दरिया बहता है !!
जरूरत पड़ने पर खुदा भी सलाम कहता है !!

फूलों से खूबसूरत कोई नहीं !!
सागर से गहरा कोई नहीं !!
अब आपकी क्या तारीफ करू !!
खूबसूरती में आप जैसा जैसा कोई नहीं !!

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Tareef Shayari

तेरी तरफ जो नजर उठी !!
वो तापिशे हुस्न से जल गयी !!
तुझे देख सकता नहीं कोई !!
तेरा हुस्न खुद ही नकाब हैं !!

दुपट्टा क्या रख लिया सर पर !!
वो दुल्हन सी नज़र आने लगी !!
उनकी तो अदा होगी !!
अपनी जान जाने लगी !!

नशीली आंखों से वो जब हम देखते हैं !!
हम घबड़ाकर आंखें झुके लेते हैं !!
कौन मिलाए उनकी आंखों से आंखें !!
सुना है वो आँखें से अपना बना लेते हैं !!

Tareef Shayari

आंखें रो परी उनका न पैगाम आया !!
चले गए हम अकेले चोरकर ये कैसा मुकाम आया !!
मेरी तन्हाई हस्ती है मुजपर या कहती है !!
मेरे सिवा तेरे काम को आया !!

देख कर तुमको याकिन होता है !!
कोई इतना भी हसीन होता है !!
देख पाते हैं कहा हम तुमको !!
दिल कहीं होश कहीं गरम है !!

कतील तेरी अदाओं ने लूटा है !!
मुझे तेरी जफाओं ने लूटा है !!
शंक नहीं द मुझे मर-मिटने का !!
नशीली निगमों ने लूटा है मुझे तो !!

Tareef Shayari

नशा हम किया करते हैं !!
इलज़ाम शरब को दिया करते हैं !!
कसूर सराब का नहीं उनका है !!
जिन्का चेरा हम जाम में तलाश किया करते हैं !!

पता है क्यो हर शाम !!
चांद आधा आता है !!
क्योकी वो भी तेरी !!
खूबसुरती को देख कर शर्मता है !!

उनकी तारीफ़ क्या पूछते हो !!
उम्र सारी गुनाहों में गुजरी !!
अब शरीफ बन रहे है वो !!
ऐसे जैसे गंगा नहाये हुए है !!

Tareef Shayari

हसीन तो और भी है इस जहाँ में मौला !!
पर जब उसने अपना घुँगट खोला !!
तो चाँद भी मुझसे शर्मा के बोला !!
ये रात की चाँदनी है या दिन का शोला !!

तुम हर तरफ प्यार से देखा ना करो !!
हर तरफ प्यार की एक कहानी बनेगी !!
नजर जो झूकी तो नयी शायरी बनेगी !!
नजर जो उठी तो गज़ल की जुबान बनेगी !!

जिस दिन आप जमी पर आए !!
वो असमं भी खूब रोया था !!
अखिर उसके अंशु थमते भी कैसे !!
उसने हमारे लिए अपना सबसे !!
प्यारा सितारा जो खोया था !!

Tareef shayari on eyes

Tareef Shayari

जो सुरर है तेरी आंखें में !!
वो बात कहा मैखाने में !!
बस तू मिल जाए फिर क्या रखा है मैखाने में !!
आयने में क्या चीज अभी देख रहे थे !!
फिर कहते हैं खुदा की कुदरत नहीं देखी !!

कौन से कलम से तारीफ लिखू !!
के लिखते लिखते सियाही ख़त्म होजाती है !!
कौनसी भाषा में वर्णन करू के !!
शब्द लुप्त हो जाते है एक बात बताओ !!
ये सभी तुम्हारी आँखों में यूँ खो जाते है !!

लोग शायरी समझ बैठे !!
आप के हुस्न की तारीफ को !!
आप से प्यार क्या हो गया !!
लोग हमें नाकारा समझ बैठे !!
सोचा था आप समझेंगे हाल-ए-दिल !!
लेकिन आप तो सब की तरह हमें आवारा समझ बैठे !!

Tareef Shayari

हसी फूलों को आती है !!
जब आप मुस्कुराते हो !!
हमारी दुनिया बदल जाती है !!
जब आप मुस्कुराते हो !!
आपकी मुस्कुराहट के आगे भला !!
क्या चाँद की रौनक !!
हुज़ूर खुद चाँद भी शरमाता है !!

हसी फूलों को आती है !!
जब आप मुस्कुराते हो !!
हमारी दुनिया बदल जाती है !!
जब आप मुस्कुराते हो !!
आपकी मुस्कुराहट के आगे भला !!
क्या चाँद की रौनक !!
हुज़ूर खुद चाँद भी शरमाता है !!

कैसे कहे के आप कितनी खूबसूरत है !!
कैसे कहे के हम आप पे मरते है !!
यह तो सिर्फ़ मेरा दिल ही जनता है !!
के हम आप पे हमारी जवानी क़ुरबान करते है !!

Tareef Shayari

Tareef Shayari

गले मिला है वो मस्त-ए-शबाब बरसों में !!
हुआ है दिल को सुरूर-ए-शराब बरसों में !!
निगाह-ए-मस्त से उसकी हुआ ये हाल मेरा !!
कि जैसे पी हो किसी ने शराब बरसों में !!

सपनो की दुनिया में हम खोते गए !!
होश में थे फिर भी मदहोश होते गए !!
जाने क्या जादू था उस अजनबी चेहरे में !!
खुद को बहुत रोका फिर भी उसके होते गये !!

गा सकूँ आपका नगमा वो साज कहाँ से लावु !!
सुना सकूँ कुछ आपको वो अंदाज कहाँ से लावु !!
यूं तो चाँदनी की तारीफ की तारीफ करना आसान है !!
कर सकूँ आपकी तारीफ वो अलफ़ाज कहाँ से लावु !!

Tareef Shayari

मेरी हसरत है सिर्फ तुम्हें पाने की !!
और कोई ख्वाहिश नहीं इस दीवाने की !!
शिकवा मुझे तुमसे नहीं खुदा से है !!
क्या जरूरत थी तुम्हें इतना खूबसूरत बनाने की !!

तुझे पल्को पे बैठना को जी चाहता है !!
तेरी बहन से लिपटने को जी चाहता है !!
ख़ूबसूरती की तबाह है तू !!
तुझे जिंदगी में बसने को जी चाहता है !!

मेरे जिस्म या जान में सावेरे तुम्हारा नाम है !!
अगर मैं खुश हूं तो ये एहसान तुम्हारा है !!
थामा हुआ है हाथ मेरा आपने मुझे मालुम हुआ !!
हर पल हर लम्हे में प्यार तुम्हारा है !!

Tareef shayari for husband

Tareef Shayari

किसी ने खुदा से दुआ माँगी !!
दुआ में उसने खुद की मौत माँगी !!
खुदा ने कहा मौत तो मैं तुझे दे दूंगा !!
उसे क्या कहू जिसने तेरी जिंदगी की दुआ मांगी !!

जब तेरा ख्याल तेरा दमन चुमता है !!
हर तराफ फिजाओ माई सावन झूमता है !!
कबतालक माई रोकुंगा प्यार धरकानो किस !!
सामने नज़र के तेरा कुआवाब घुमता है !!

में किसी और को देखु !! तो उसे बुरा लगता है !!
में वक़्त पे बात न कृ तो उसे बुरा लगता है !!
कहती है कभी मेरी तारीफ में भी लिखा करो !!
मेरा हर वक़्त बेवफाईयाँ लिखना उसे बुरा लगता है !!

Tareef Shayari

लफ्ज़ो की लड़ाई हुई तेरी तारीफ के चक्कर में !!
क्यों दूर चला गया तेरी तन्हाई से अक्सर में !!
लड़खड़ाया कभी कभी उठा खुद से गिरके में !!
क्यों ढूँढा तूने इश्क़ दूसरों क जिस्म में !!

जरा अपने होंठ लाना मेरे पास मुझे कुछ काम है !!
गलत मत समझो रात नहीं हुई सिर्फ शाम है !!
सिर्फ इंसान ही नहीं मरते है आप के इस हुस्न पर !!
मुड़ कर देखिये पीछे तितलियों की पूरी आवाम है !!

वो बला की शोख़ी देखी है तेरी नज़रो मैं !!
वो हुस्न वो नजाकत वो बेकाबू जुल्फ की घटा !!
क्या क्या बयान करू मैं ऐ शोख हसीना !!
हर बात बेमिासल है तेरे हुस्न की !!

Tareef Shayari

Tareef Shayari

जब करते है तारीफ उनकी !!
तो चाँद सितारे अपनी आँखे मलने लगते है !!
जब चल जाते है नज़रो की गेहराइओ में !!
उनकी तो कुछ अपने जलने लगते है !!

वो अपने चहरे में सो आफताब रखते हैं !!
इसलियें तो वो रूह पर नकाब रखते हैं !!
वो पास बैठे हो तो आती हैं दिलरुबा खुशबू !!
वो अपने होठो पर खिलते गुलाब रखते हैं !!

तेरे इशारों पर मैं नाचूं क्या जादू ये तुम्हारा है !!
जब से तुमको देखा है दिल बेकाबू हमारा है !!
जुल्फें तेरी बादल जैसी आँख में तेरे समंदर है !!
चेहरा तेरा चाँद का टुकड़ा सारे जहाँ से प्यारा है !!

Tareef Shayari

तेरे नैनो की शोख अदाओं ने हमे लूटा लिया !!
तेरी झील सी गहरी आँखों ने हमे लूटा लिया !!
हम तो लूट चुके है इस कदर ऐ हसीं ख्वाब !!
अब डरता हूँ कहीं कोई लूट न ले मेरे ख्वाब !!

खूबसूरत क्या कहा दिया उनको !!
हमको छोड़ कर वो शीशे की हो गयी !!
तराश नहीं था तो पत्थर जैसी थी !!
तराश दिया तो खुदा हो गयी !!

तुझे पलकों पर बिठाने को जी चाहता है !!
तेरी बाहों से लिपटने को जी चाहता है !!
खूबसूरती की इंतेहा है तू !!
तुझे ज़िन्दगी में बसाने को जी चाहता है !!

Husn ki tareef shayari

Tareef Shayari

तक़दीर से तब हमे हिस्सा मिलता है !!
प्यार भरा कोई जब रिश्ता मिलता है !!
रोशन हो जाती है सारी दुनिआ !!
जब रिश्तों में आप जैसा फ़रिश्ता मिलता है !!

एक तिल का पहरा भी जरूरी है !!
लबों के आसपास !!
डर है कहीं तेरी मुस्कुराहट को !!
कोई नज़र न लगा दे !!

अभी इस तरफ़ न निगाह कर !!
मैं ग़ज़ल की पलकें सँवार लूँ !!
मेरा लफ़्ज़-लफ़्ज़ हो आईना !!
तुझे आईने में उतार लूँ !!

Tareef Shayari

आप जब सामने से गुजर जाते है !!
अरमान दिल के उभर जाते है !!
देख कर आपकी प्यारी सूरत !!
सहमे हुए फूल भी निखर जाते है !!

मेरे उनसे की तफ़लीफ़ अपनी मजबूरी ना बना देना !!
मुझसे कोई शिकवा राखोगी तो अपनी भारी !!
आंख से अंशु एक तपका देना !!

लिखी कुछ शायरी ऐसी तेरे नाम से !!
कि जिसने तुम्हे देखा भी नही !!
उसने भी तेरी तारीफ कर दी !!

Tareef Shayari

Tareef Shayari

सोचता हु हर कागज पे तेरी तारीफ करु !!
फिर खयाल आया कहीँ पढ़ने वाला भी !!
तेरा दीवाना ना हो जाए !!

आपके सामने जो दूसरों की बुराई कर रहा है !!
आप उससे ये उम्मीद मत रखना के दुसरो के !!
सामने आप की तारीफ ही करेगा !!

क्युकी में तुम्हे वैसे ही पसंद किया है जैसे तुम हो !!
कल तुम्हारा तारीफ करना अच्छा लगता था !!
तो आज दूर रहना रुक जाना यह भी सही है !!

Tareef Shayari

तेरी पलकों की छांव में मेरी शाम गुज़र जाए !!
एक बार देखा जो फिर मुस्कुरा कर यूँ !!
कहीं इससे मेरी धड़कने न रुक जाए !!

लाजवाब हुस्न रंगीन मौसम सांझ है !!
तेरी चाल मे तू परी है जन्नत से उतरी !!
हम पागल है हर हाल मे !!

खुवाहिश ये नहीं की !!
मेरी तारीफ हर कोई करे !!
कोशिश ये ज़रूर है कोई बुरा न कहे !!

Tareef shayari for GF

Tareef Shayari

जहाँ तारीफ करनी हो !!
वहां हर कोई चुप हो जाता है !!
और बुराई करने के लिए गूंगे भी बोल पढ़ते हैं !!

क्या ख़ाक करू उस चाँद की तारीफ में !!
जो हर लम्हा डूब जाता है !!
अब तो चाँद को भी तैरना सीखना है !!

फिज़ाओ में रंग बिखेरे तुम्हारा चाँद सा चेहरा !!
मुझे बेचैन कर जाये तुम्हारा मासूम चाँद सा चेहरा !!
मेरी खातिर सँवरता है तुम्हारा चाँद सा चेहरा !!

Tareef Shayari

वो तारीफे करते रहते है !!
हम शायरी करते रहते है !!
वो कुछ कहते नही और !!
हम इंतज़ार करते रहते है !!

इन आँखो को जब जब !!
उनका दीदार हो जाता है !!
दिन कोई भी हो लेकिन मेरे !!
लिए त्यौहार हो जाता है !!

कितनी खूबसूरत आंखें हैं !!
कभी हमें भी तो रूबरू करा दिया करो !!
इस चेहरे में कितनी और खूबियां है !!
जरा हमें भी तो दिखा दिया करो !!

Tareef Shayari

Tareef Shayari

नायब था अंदाज उसका !!
जमीन से आसमान तक !!
हर चीज में तारीफ करते !!
खुदा ने बनाया है हसीन आपको !!

तू ज़रा सी कम खूबसूरत होती तो !!
भी बहुत खूबसूरत होती !!

ये आईने ना दे सकेंगे तुझे तेरे हुस्न की खबर !!
कभी मेरी आँखों से आकर पूछो के कितनी हसीन हों तुम !!

Tareef Shayari

तेरे हुस्न पर तारीफ भरी किताब लिख देता !!
काश के तेरी वफ़ा तेरे हुस्न के बराबर होती !!

मुझको मालूम नहीं हुस़्न की तारीफ !!
मेरी नज़रों में हसीन वो है जो तुम जैसा हो !!

उसने जी भर के हमको चाह !!
फिर हुआ यू उसका जी ही भर गया !!

Khubsurti ki tareef shayari 2 line

Tareef Shayari

हम तो फना हो गए उनकी आंखें देख गालिब !!
ना जाने वो आए कैसे देखते होंगे !!

तुम्हारी एक निगाह से कटाल होते हैं !!
एक नज़र हम को भी देख लो !!
तुम बिन जिंदगी अच्छी नहीं लगती !!

फिज़ाओ में रंग बिखेरे तुम्हारा चाँद सा चेहरा !!
मुझे बेचैन कर जाये तुम्हारा मासूम चाँद सा चेहरा !!
मेरी खातिर सँवरता है तुम्हारा चाँद सा चेहरा !!

Tareef Shayari

क्या लिखूँ तेरी सूरत ए तारीफ मेँ !!
मेरे हमदम अल्फाज खत्म हो गये हैँ !!
तेरी अदाएँ देख-देख के !!

सोचता हु हर कागज पे तेरी तारीफ करु !!
फिर खयाल आया कहीँ !!
पढ़ने वाला भी तेरा दीवाना ना हो जाए !!

आज तेरी गली के सामने से गुजरेंगे !!
मोहब्बत की निगहों से देख लेना !!
क्या पता हम किसी के या हो जाए !!

Tareef Shayari

Tareef Shayari

उसी का क़र्ज़ है !!
जो आज है आँखों में आँसू !!
सज़ा मिली है हमें मुस्कुराने की !!

सुबह का मतलब !!
मेरे लिए सूरज निकलना नही !!
तेरी मुस्कराहट से दिन शुरू होना है !!

मत पूछो ये इश्क कैसे होता है !!
बस जो रूलता है उसी के गले !!
लग कर रोने को जी चाहता है !!

ये आंखें है जो तुम्हारी किसी !!
ग़ज़ल की तरह ख़ूबसूरत है !!
कोई पर्द ले एक दफा तो शायर हो जाए !!

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