Ghamand Shayari : हेलो दोस्तों ! आज की पोस्ट में हम आपके लिये घमंड शायरी का बेहतरीन संग्रह पेश कर रहे हैं, जिन्हे आप सोशल मीडिया पर शेयर कर सकते हैं। किसी भी व्यक्ति में जब घमंड आ जाता है तब उसके सामने उसे सब छोटे ही नज़र आने लगते है, उसके सामने किसी इंसान की कोई इज़्ज़त नहीं रहती। घमंड इंसान को तबाह कर देता है।
यथार्थ – अंहकारात् सदा राजन् नश्यते सर्वसाधितम्।।
हिंदी अर्थ– हे राजन ! अहंकार अर्थात् घमंड के कारण व्यक्ति का वह सब कुछ नष्ट हो जाता है, जो कुछ भी उसने जीवन में अर्जित किया है।
हम आपके लिए लेकर आये है सोशल मीडिया से चुन चुनकर हिन्दी के बेहतरीन घमंड शायरी कलेक्शन जिसे आप किसी भी सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर शेयर कर सकते है
Shayari & Status
Ghamand Shayari In Hindi
घमण्ड और पेट ये दोनो एक हद तक ही बढ़नी चाहिए !!
यदि दोनो बढ़ जाए तो इंसान चाह !!
कर भी अपनो को गले से नही लगा सकता !!
किस बात का बन्दे तुझे गुरूर है !!
कि पैसा और शोहरत चारो ओर है !!
एक दिन ये सब कुछ छूट जाएगा !!
तब तू किस बात का घमंड दिखाएगा !!
लोहे को कोई खराब नही कर सकता !!
पर उसका खुद का जंग उसे खराब कर देता है !!
वैसे ही इंसान को उसका घमण्ड बर्बाद कर देता है !!
हम आज भी शतरंज का खेल !!
दोस्तों के साथ नही खेलते हैं !!
क्योकि दोस्तों के खिलाफ चाल चलना !!
हमें अच्छा नहीं लगता हैं !!
वक्त तो सबका बदलता रहता है !!
इस पर घमण्ड क्या करना कुर्सी तो वही रहेगी !!
बस आने जाने वाले लगे रहेंगे !!
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मै जानता था !!
तुझे दौलत का घमंड जरूर होगा !!
पर ध्यान रखना एक दिन तुझे !!
वक़्त के कदमो मे आना ही पड़ेगा !!
वक्त तो सबका बदलता रहता है !!
इस पर घमंड क्या करना !!
कुर्सी तो वही रहेगी !!
बस आने जाने वाले लगे रहेंगे !!
सुना है दौलत वालों की उनके घमंड से !!
महफिलें सुनी सुनी रह जाती है !!
एक बार घमंड दूर करके तो देखो जनाब !!
फिर देखना वही सुनी सुनी महफिलें कैसे भर जाती है !!
जब घमंड इंसान के सिर पे चढ़ जाता है !!
तब इंसान कुछ देख नहीं पाता है !!
और जब घमंड चूर-चूर होता है !!
तो हर रिश्ता उस इंसान से दूर होता है !!
जब इंसान घमंड के सिर पे चढ जाता है तब !!
इंसान कुछ देख नहीं पाता है !!
और जब घमंड चूर-चूर होता है तो !!
हर रिश्ता उस इंसान से दूर हो जाता है !!
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अमीरी के गुरूर में इंसान !!
कहां अपने दिल की सुनता है !!
चाहता किसी और को है लेकिन !!
जीवन साथी किसी और को चुनता है !!
बहुत खूब उसने मुझे वफा का सिला दिया !!
अमीर हमसफर मिलते ही मुझे भुला दिया !!
घमंड किस बात का रब हैं दोनो का एक !!
तुझे खुशीया दी मुझे सहने का हौसला दिया !!
जा जाने किसने ये परिवार बनाया होगा !!
पर जिसने भी बनाया होगा इतना तो यकीन हैं !!
उसने सबसे पहले प्यार बनाया होगा !!
मुसीबत मे खड़ा जो साथ बन दीवार होता है !!
हमारा हौसला हिम्मत वही परिवार होता है !!
कबड़े मजबूत दुनिया मे लहू के रिश्ते होते है !!
कहाँ सबके नसीबो मे लिखा ये प्यार होता है !!
परिवार मे हो विश्वास और समझदारी !!
तो कोई भी कष्ट ना लगे भारी !!
और जहाँ विश्वार की डोर हिले !!
वहाँ होने लगे बेफिजूल शिकवे- गले !!
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अगर घमण्ड की कीमत मालूम करनी है तो !!
इसे OLX पर डाल दो देखते है !!
कितने खरीददार मिलते है !!
कभी किसी चीज का घमण्ड आ जाए तो !!
शमशान का एक चक्कर लगा आना !!
तुम से बेहतरीन लोग वहां राख बने पड़े है !!
ना इज्जत कम होती ना शान कम होती !!
जो बात तुमने घमण्ड में कही है !!
वो बात हस के बोली होती तो तुम्हारी खूब तारीफ होती !!
अपने अंदर अहंकार !!
जैसी चीज का प्रवेश भी ना होने दें !!
क्योंकि वक्त के साथ साथ !!
झील का पानी भी कम हो जाता है !!
चुभता तो बहुत कुछ मुझको भी है !!
तीर की तरह मगर ख़ामोश हूँ !!
अपनी तक़दीर की तरह !!
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यहाँ जरूरतों के हिसाब से सब बदलते नकाब हैं !!
अपने गुनाहों पर सौ परदे डालकर हर शख्स कहता हैं !!
कि जमाना बड़ा खराब हैं !!
न जाने कौन सी ख़ुशी मिलती हैं लोगो को !!
पागलो की तरह धन कमाने में बल्कि !!
दुनिया की सबसे कीमती धन तो परिवार है !!
जितना साथ बिता सको बिता लो !!
माँ मेरी ममता की मूरत !!
पिता जी ज्ञान के सागर !!
बहने घर का सम्मान !!
मेरा भाई मेरी शान इसके बिना !!
मै कुछ नही मेरा परिवार मेरी जान !!
एक पेड़ ही तो है !!
जो सभी प्राणियो को छाँव देता है !!
और एक परिवार ही तो है !!
जो घर के लोगो को आधार देता है.
मेरा घर अक मंदिर है !!
और मेरे माँ बाप इस मंदिर के !!
भगवान तथा मै इस मंदिर का पुजारी हूँ !!
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हर मर्ज का इलाज नही दवाखाने में !!
कुछ दर्द चले जाते है !!
परिवार के साथ मुस्कुराने में !!
सिर्फ सुख मे तो पराए भी साथ देते है !!
लेकिन दुख मे जो काम आते है !!
वही परिवार कहलाता हैं !!
अजनबी दुनिया की उलझी हुई से राहों में !!
जाने कैसे फंस गई रिश्तों की गुफाओं में !!
मेरी साँसों पर भी मेरे अपने हक़ जताते हैं !!
बहुत घुटन हैं मेरे आशियाने की हवाओं में !!
जब जब परिवार से दूर हुआ !!
तब तब बहुत दुखी हुआ !!
न जाने कैसा चैन मिलता हैं !!
परिवार के साथ जो कभी !!
महसूस नहीं किया किसी और के साथ !!
न मेरा एक होगा न तेरा लाख होगा !!
न तारीफ़ तेरी न मेरा मजाक होगा !!
गुरूर न कर शाह-ए-शरीर का !!
मेरा भी खाक होगा तेरा भी ख़ाक होगा !!
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घमण्ड एक ऐसी दीमक है !!
जो आपके सभी रिश्तों को खा जाएगी !!
गुरुर में आ के किसी रिश्ते को तोड़ने से अच्छा है !!
माफ़ी माँग के वही रिश्ता निभाया जाए !!
मैं अन्धेरा हूं तो अफसोस क्यूं करूं !!
मुझे गुरूर है रोशनी का वजूद मुझसे है !!
तेरी अकड़ दो दिन की कहानी हैं !!
मेरा गुरूर तो खानदानी हैं !!
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Ghamand Status In Hindi
हम खुदा से उस शक्स को पाने की दुआ कर बैठे है !!
जिसे खुद के होने पे हीइतना घमंड है !!
आसमा इतनी बुलंदी पे जो इतराता है !!
भूल जाता है कि ज़मीन से नज़र आता है !!
वो छोटी-छोटी उड़ानों पे गुरूर नहीं करता हैं !!
जो परिंदा अपने लिए आसमान ढूढ़ता हैं !!
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यूँ बदस्तूर जीना जारी तो रहा !!
लेकिन तू नहीं फिज़ा नहीं बयां नहीं निशां नहीं !!
घमण्ड किसी का नही रहा टूटने से पहले !!
गुल्लक को भी लगता था सारे पैसे उसी के है !!
घमंङ में हस्तियाँ और तूफान में कश्तियाँ !!
अक्सर डूब जाया करती हैं जनाब !!
केवल अहंकार ही ऐसी दौड़ है !!
जहाँ जीतने वाला हार जाता है !!
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घमंड तो उस इंसा को भी नहीं होता !!
जब कोई अवॉर्ड जीतता है तो वो भी झुक्कर लेता है !!
मैं एक हाथ से सारी दुनिया के साथ लड़ सकता हूँ !!
बस मेरा दुसरा हाथ तेरे हाथ में होना चाहिए !!
मुझसे किसी का दिल नहीं तोड़ा जाता !!
पर हाँ घमंड तोड़ने का हुनर है मुझमें !!
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चाय के शौकीन हो तो क्या !!
यूं बात-बात पे उबालना अच्छा तो नहीं !!
घमंड नहीं मुझे खुद पर !!
बस कुछ रिश्तो ने खामोश रहना सिखा दिया !!
अपने किरदार का किरायदार कभी गुरूर को मत बनाना !!
नहीं तो तुम उसके नहीं वो तुम्हारा मालिक बन जाएगा !!
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ज़रूरत तोड़ देती हैं इंसान के घमंड को !!
अगर न होती मजबूरी तो हर बंदा खुदा होता !!
मैंने उनका गुरूर कुछ ऐसे तोड़ दिया !!
आँखों को चूमा उनकी और होठों को छोड़ दिया !!
इंसान आजकल इसलिए भी परेशान है !!
क्योंकि जो गर्मी रिश्तों में होनी चाहिए वो हमारे दिमाग़ में है !!
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जिनमें कुछ नहीं होता है ना !!
उनमें घमंड बहुत होता है !!
मुझे तलाश है जो मेरी रुह से प्यार करे !!
वरना इन्सान तो पैसों से भी मिल जाया करते हैं !!
अगर रिश्तों को निभाना है तो झुकना सीखो !!
क्योंकि इंसान अकड़ता तो मरने के बाद है !!
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मत कर इतना घमंड बहुत पछताएगा !!
एक दिन खुद ही अपनी नजरो में गिर जाएगा !!
वो छोटी-छोटी उड़ानों पे गुरूर नहीं करता हैं !!
जो परिंदा अपने लिए आसमान ढूढ़ता हैं !!
घमंड किस बात का है जनाब !!
आज मिट्टी के ऊपर हैं तो कल मिट्टी के नीचे होंगे !!
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घमंड से आदमी फूल सकता है !!
फल नहीं सकता !!
गुरूर के भी अजब हैं किस्से !!
आज मिट्टी के ऊपर कल मिट्टी के नीचे !!
यूं मुझे एसे और सबर ना करवा !!
तेरी राह देखते कोई मेरी कबर ही ना तैयार करवा दें !!
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ज़रूरत तोड़ देती हैं इंसान के घमंड को !!
अगर न होती मजबूरी तो हर बंदा खुदा होता !!
सुन्दर दिल वाले से प्यार करना चाहिए !!
अक्सर खूबसूरत चेहरे के पीछे घमंड छिपा होता है !!
मेहनत करने वाले !!
व्यक्ति को घमंड नहीं होता है !!
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बोल दिया होता तुम्हे दर्द देना है ऐ ज़िंदगी !!
मोहब्बत को बीच में लाने की क्या जरुरत थी !!
मुझे घमण्ड था अपने चाहने वालो का इस दुनिया में !!
वक्त क्या पलट गया सब की असलियत सामने आ गई !!
तोड़ना हीं है अगर तो घमण्ड तोड़ना !!
रिश्तें तो ग़लतफहमी में भी टूट जाते हैं !!
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घमंड का पारा जब सर चढ़ जाता है !!
इंसान अपनी हद से आगे बढ़ जाता है !!
सब जानते है उसका घमंड एक दिन मिट जाएगा !!
फिर भी लोग कहते है जो होगा देखा जाएगा !!
घमंड जब घुसा इंसान के शरीर में !!
इंसान झुकने की कोशिश भी खड़े-खड़े करने लगा !!
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घमंड में हस्तियाँ और तूफान में कश्तियाँ !!
अक्सर डूब जाया करती हैं जनाब !!
ज़रूरत तोड़ देती हैं इंसान के घमंड को !!
अगर न होती मजबूरी तो हर बंदा खुदा होता !!
घमंड न कर बंदे अपने वक़्त का !!
क्योंकि बदलता है ये हर शख्स का !!
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टूट ही जाता है यक़ीन प्यार में साथी पर !!
कितना करोगी घमंड अपनी खूबसूरती पर !!
बारिश को होता है यकीन पानी की बूंद पर !!
भरोसा रखना मगर घमंड ना करना खुद पर !!
मत कर इतना घमंड बहुत पछताएगा !!
एक दिन खुद ही अपनी नजरो में गिर जाएगा !!
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कुछ लोग अपने घमंड की वजह से !!
ना जाने कितने रिश्तों को खो देते हैं !!
कमजोर पड़ जाएँ एक ईटतो टूट जाता है दीवार !!
रोजगार पाने के चककरछूट जाता है परिवार !!
उस ग़रीब को अपने परिवार के लिए लड़ते देखा है मैंने !!
जीवन में पहली बार डर को भी डरते हुए देखा है मैंने !!
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बहुत प्यार हैं मुझेअपनी माँ के हाथो से !!
न जाने कितने बारमुझे गिरते गिरते बचाया होगा !!
अपनी गृहस्थी को कुछ इस तरह बचा लिया करो !!
कभी आँखें दिखा दी कभी सर झुका लिया करो !!
सोचना हैं तो सिर्फ परिवार के लिए !!
और कमाना हैं तो सिर्फ परिवार के लिए !!
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मुझे लगा तू मेरे प्यार से अनजानी है !!
पर मैं नहीं जानता था कि घमंड तेरी निशानी है !!
मैं अख़बार नहीं जो दुसरे दिन पुराना हो जाऊं !!
मैं जिन्दगी का वो पन्ना हूँ जहां लम्हे ठहर जाते है !!
दोस्ती ओर दुश्मनी दोनों ही मज़ेदार है !!
बस निभाने का दम.होना चाहिए !!
Ghamand Quotes In Hindi
कभी कभी खाक़ जम़ीन पर बैठ जाता हूँ मैं !!
क्यूँकि प्यार है मुझे मेरी Aukat से !!
मैंने इस छोटी सी उम्र में !!
सारे के सारे बड़े शोंक पाल रखे हैं !!
हम को खरीदने की कोशिश मत करना !!
हम उन पुरखो के वारिस है !!
जिन्हो ने मुजरे में हवेलिया दान कर दी थी !!
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लाखों ठोकरों के बाद भी संभलता रहूँगा मैं !!
गिरकर फिर उठूँगा और चलता रहूँगा मैं !!
आग लगा देंगे उस महफ़िल में !!
जहाँ बगावत हमारे खिलाफ होगी !!
समय और किस्मत दोनों परिवर्तनशील है !!
इस पर कभी घमण्ड ना करो !!
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मौका मुझे भी मिलेगा मेरे भाई !!
और याद रखना घायल तू भी होगा !!
बाप का अभी पैसा है तो घमंड है इसलिये !!
खुद का पैसा कमा घमण्ड भी कुछ सीखा देगा !!
गाली तो हम देते नही !!
अगर दी है तो You Deserve it !!
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कोई भी हमें पहचान नहीं पाया !!
कुछ अंधे थे कुछ अँधेरे में थे !!
इज्जत कम हो जाये चाहे या शान कम हो जाये !!
मगर इंसान का घमंड कम नही होना चाहये !!
वक्त और किस्मत पर कभी घमंड ना करो !!
सुबह उनकी भी होती है जिन्हे कोई याद नही करता !!
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खुदा जब हुस्न देता है तो !!
नज़ाकत आ ही जाती है !!
वो छोटी-छोटी उड़ानों पे गुरूर नहीं करता हैं !!
जो परिंदा अपने लिए आसमान ढूढ़ता हैं !!
घमंड और पेट जब ये दोनों बढ़तें हैं !!
तब इन्सान चाह कर भी किसी को गले नहीं लगा सकता !!
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किरदार में मेरे भले अदाकारियाँ नहीं हैं !!
खुद्दारी हैं गुरूर हैं पर मक्कारियाँ नहीं हैं !!
वक्त और किस्मत पर कभी घमंड ना करो !!
सुबह उनकी भी होती है जिन्हे कोई याद नही करता !!
ना जाने कितने रिश्ते खत्म कर दिए इस भरम ने !!
कि मैं सही हूँ सिर्फ मैं ही सही हूँ !!
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लोगो को मतलबी रिश्ते बनाने में बहुत मज़ा आता है !!
मतलब निकलने के बाद आनाजाना ही बंद कर देते हैं !!
सुना है काफी पढ़ लिख गए हो !!
तुम कभी वो बी पढ़ो जो हम कह नहीं पाते !!
घमंड से हर कोई दूर होता है !!
एक ना एक दिन तो घमंड चूर होता है !!
घमंड के उजालों में कुछ इस कदर गुमनाम हुए !!
मानो खुद के बनाए हुए बाज़ारों में नीलाम हुए !!
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पत्थर की तरह ना बनाओ खुद को !!
किसी भी दीवार में चुने जा सकते हो !!
बहुत हुआ अब मस्ती से जी लेने दो !!
अब बर्दाश् नहीं होता इसलिए दूरियां बनाने दो !!
चेहरे पर हंसी छा जाती हैं !!
आँखों में सुरूर आ जाता हैं !!
जब तुम मुझे अपना कहते हो !!
मुझे खुद पर गुरूर आ जाता हैं !!
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ना इतराओ इतना बुलंदियों को छूकर !!
वक्त के सिकन्दर पहले भी कई हुए हैं !!
जहाँ होते थे कभी शहंशाह के महल !!
देखे हैं वहीं अब उनके मकबरे बने हुए हैं !!
रूबरू होने की तो छोड़िये !!
लोग गुफ़्तगू से भी कतराने लगे हैं !!
गुरूर ओढ़े हैं रिश्ते !!
अपनी हैसियत पर इतराने लगे हैं !!
लगता है तुमने खुद को मेरी नजरो से देख लिया !!
तभी तो इतना घमण्ड लिए घूम रहे हो !!
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उनके जेहन में घमंड का आना लाज़मी था !!
हमनें प्यार ही इस कदर किया था !!
मुझे घमंड था की मेरे चाहने वाले बहुत है इस दुनिया में !!
बाद में पता चला की सब चाहते है अपनी ज़रूरत के लिए !!
खुद के अंदर भी सबसे अलग एट्टीट्यूड रखना चाहिए !!
क्योंकि लोग ego में ज्यादा रहते हैं !!
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लो सनम मैं आ गया तेरे शहर में !!
दुनिया दुश्मन बना ली मैंने तेरे प्यार में !!
जिसके पास कुछ नहीं होता हैं !!
उसको घमंड ज्यादा होता हैं !!
भटके हुए फिरते हैं कई लफ्ज़ जो दिल में !!
दुनिया ने दिया वक़्त तो लिखेंगे किसी दिन !!
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खुद को बुरा कहने की हिम्मत नहीं !!
इसलिए वो कहते है ज़माना ख़राब हैं !!
सब जानते है उसका घमंड एक दिन मिट जाएगा !!
फिर भी लोग कहते है जो होगा देखा जाएगा !!
यदि सफल होना चाहते हो तो
पहले घमण्ड का नाश कर डालो !!
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कहीं का ग़ुस्सा कहीं की घुटन उतारते हैं !!
ग़ुरूर ये कि हम काग़ज़ पे फ़न उतारते हैं !!
कहीं का ग़ुस्सा कहीं की घुटन उतारते हैं !!
ग़ुरूर ये कि हम काग़ज़ पे फ़न उतारते हैं !!
न तेरी शान कम होती न रूतबा घटा होता !!
जो गुस्से में कहा वही हंस के कहा होता !!
बहुत घमंड भी था मुझे तुम्हारा होने का !!
पर घमंड था ना एक दिन टूटना ही था !!