Status on Farz 2 lines
Farz shayari
यूँही मौसम की अदा देख के याद आया है !!
किस क़दर जल्द बदल जाते हैं इंसाँ जानाँ !!
आप हमारे साथ नहीं !!
चलिए कोई बात नहीं !!
आप किसी के हो जाएँ !!
आप के बस की बात नहीं !!
अब हम को आवाज़ न दो !!
अब ऐसे हालात नहीं !!
इस दुनिया के नक़्शे में !!
शहर तो हैं देहात नहीं !!
सब है गवारा हम को मगर !!
तौहीन-ए-जज़्बात नहीं !!
Farz shayari
हम को मिटाना मुश्किल है !!
सदियाँ हैं लम्हात नहीं !!
ज़ालिम से डरने वाले !!
क्या तेरे दो हाथ नहीं !!
कैसे आकाश में सूराख़ नहीं हो सकता !!
एक पत्थर तो तबीअत से उछालो यारो !!
देखकर जब बच्चे को माँ-बाप मुस्कुराते है !!
हर बच्चे को उनमे अपने भगवान नजर आते है !!
मा-बाप अपना दर्द भूल जाते है।मर्ज भूल जाते है !!
बच्चे बडे होकर फर्ज भूल जाते है कर्ज भूल जाते है !!
रंजिश ही सही दिल ही दुखाने के लिए आ !!
आ फिर से मुझे छोड़ के जाने के लिए आ !!
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