200+ Best Farz Shayari status | फर्ज़ शायरी स्टेटस -shayariplant

फर्ज शायरी 2 line

Farz shayari

हम कि दुख ओढ़ के ख़ल्वत में पड़े रहते हैं !!
हम ने बाज़ार में ज़ख़्मों की नुमाइश नहीं की !!

यूँही मर मर के जिएँ वक़्त गुज़ारे जाएँ !!
ज़िंदगी हम तिरे हाथों से न मारे जाएँ !!

जिन के हम मुंतज़िर रहे उन को !!
मिल गए और हम-सफ़र शायद !!

सुना है बोले तो बातों से फूल झड़ते हैं !!
ये बात है तो चलो बात कर के देखते हैं !!

सुना है दिन को उसे तितलियाँ सताती हैं !!
सुना है रात को जुगनू ठहर के देखते हैं !!

महबूब के लिए कितना सुंदर श्रृंगार रस है !!
अहमद फ़राज़ की ग़ज़लें इस तरह की तमाम शायरी से भरी पड़ी हैं !!

Farz shayari

ग़म-ए-दुनिया भी ग़म-ए-यार में शामिल कर लो !!
नशा बढ़ता है शराबें जो शराबों में मिलें !!

कुछ तो मिरे पिंदार-ए-मोहब्बत का भरम रख !!
तू भी तो कभी मुझ को मनाने के लिए आ !!

डूबते डूबते कश्ती को उछाला दे दूँ !!
मैं नहीं कोई तो साहिल पे उतर जाएगा !!

जुदाइयाँ तो मुक़द्दर हैं फिर भी जान-ए-सफ़र !!
कुछ और दूर ज़रा साथ चल के देखते हैं !!

इस ज़िंदगी में इतनी फ़राग़त किसे नसीब !!
इतना न याद आ कि तुझे भूल जाएँ हम !!

ज़िंदगी से यही गिला है मुझे !!
तू बहुत देर से मिला है मुझे !!

इसे भी पढ़ें :-

Rate this post

Leave a Comment