Farz Quotes in Hindi
Farz shayari
दर्द तो अकेले ही सहते हैं सभी !!
भीड़ तो बस फर्ज अदा करती है !!
कितना आसाँ था तिरे हिज्र में मरना जानाँ !!
फिर भी इक उम्र लगी जान से जाते जाते !!
ये ख़्वाब है ख़ुशबू है कि झोंका है कि पल है !!
ये धुँद है बादल है कि साया है कि तुम हो !!
जब भी दिल खोल के रोए होंगे !!
लोग आराम से सोए होंगे !!
इश्क का फर्ज निभाना !!
आसान नहीं होता !!
बेवफाई का दर्द सहना !!
आसान नहीं होता !!
बेवफाई भी हो तो खुद !!
निभा लूंगा मैं अपना फर्ज !!
या खुदा,मेरे यार की !!
खुशी का करता हूं मैं अर्ज !!
Farz shayari
तुझे किसी और के साथ !!
विदा करना मेरा फर्ज़ तो नहीं था !!
फिर भी अपना हक छोड़कर !!
मैंने यह फर्ज़ अदा किया !!
मेरा फर्ज बनता की !!
उसे नई लिपस्टिक ला दूं !!
मैं ही तो उसे बार बार !!
खराब करने लग जाता हूं !!
तनहाई में अपने !!
आप से मिलना पड़ेगा !!
फर्ज निभाते हुए !!
दर्द भी झेलना पड़ेगा !!
मोहब्बत में साथ !!
देना फर्ज़ होता है !!
मोहब्बत करना कभी !!
फर्ज नहीं होता हैं !!
दिल पर जो है कर्ज !!
उतारना चाहता हूं !!
अपने प्यार का फर्ज !!
निभाना चाहता हूं !!
वादे के लिए जान भी !!
चली जाए तो गम नहीं !!
और अपने फर्ज के लिए !!
वादा टूट जाए तो डर नहीं !!
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